| Итого | За последние 12 месяцев | Mar | Feb | Jan |
| Всего | 12мес | Mar | Feb | Jan | Dec | Nov | Oct | Sep | Aug | Jul | Jun | May | Apr | 05 | 04 | 03 | 02 | 01 | 28 | 27 | 26 | 25 | 24 | 23 | 22 | 21 | 20 | 19 | 18 | 17 | 16 | 15 | 14 | 13 | 12 | 11 | 10 | 09 | 08 | 07 | 06 | 05 | 04 | 03 | 02 | 01 | 31 | 30 | 29 | 28 | 27 | 26 | 25 | 24 | 23 | 22 | 21 | 20 | 19 | 18 | 17 | 16 | 15 | 14 | 13 | 12 | 11 | 10 | 09 | 08 | 07 | 06 | 05 | 04 | 03 |
По разделу |
46310 | 482 |
13 |
61 |
71 |
42 |
41 |
29 |
28 |
30 |
45 |
36 |
46 |
40 |
1 |
2 |
2 |
4 |
4 |
3 |
3 |
1 |
2 |
3 |
2 |
1 |
1 |
2 |
2 |
2 |
3 |
2 |
1 |
4 |
2 |
3 |
3 |
2 |
2 |
2 |
1 |
2 |
3 |
2 |
2 |
2 |
3 |
2 |
2 |
3 |
1 |
3 |
3 |
2 |
3 |
4 |
2 |
2 |
3 |
2 |
2 |
4 |
2 |
3 |
2 |
1 |
1 |
2 |
1 |
3 |
3 |
2 |
3 |
2 |
2 |
2 |
Эх,гармонь!подружись с вольным ветром |
1256 | 131 |
3 |
15 |
19 |
12 |
10 |
4 |
4 |
4 |
10 |
7 |
30 |
13 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
2 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
2 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
1 |
2 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
1 |
0 |
Смолкли звуки,смолкли песни Мир окутан тишиной, Что когда-то был чудесный Стал теперь совсем иной. Всё фанерою забили, Фонограммой заслоня Чистый звук души забыли Стало всё до фонаря. Потускнели жизни краски Не цветут цветы в садах Перестали верить в сказки Поселился в сердце страх. Мы обманываться рады, Лож за правду выдавать Не заслуженно награды На костюмы одевать. Красоту в среде искусства Ценим нынче по цене Ни к чему нам стали чувства, Что по бросовой цене. Но я верю и мечтаю Пеленой пройдет туман Белый снег весной растает, Как похмелия дурман. Растечётся ручейками Землю влагой напоит И с цветущими цветками В платье землю нарядит. Птица вновь домой вернётся Песни сладко запоёт Ото сна душа проснётся И сердечко оживёт. Зазвучат живые звуки Мир наполнят красатой И ложась цветами в руки Нас согреют теплотой љ Copyright: Денис Чебаков, 2013 Свидетельство о публикации Љ113111702857 |
1255 | 121 |
4 |
20 |
19 |
11 |
9 |
8 |
6 |
5 |
13 |
9 |
9 |
8 |
0 |
2 |
0 |
2 |
0 |
2 |
1 |
0 |
1 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
2 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
4 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
3 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
3 |
0 |
1 |
0 |
Уснула ты в моих объятьях нежных |
1319 | 115 |
3 |
17 |
19 |
12 |
8 |
6 |
3 |
7 |
15 |
11 |
8 |
6 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
3 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
4 |
0 |
1 |
0 |
2 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Выражая словами любовь ты картины рисуешь Краски яркие чувств ты вбираешь из лона души Но рисуя любовь ты мечтою о счастье рискуешь Может быть краски ей и слова все твои не нужны. Ведь любовь это чувство с которым поверь не играют Это пламя огня а с огнём невозможно играть Это пламя теплом своим душу и сердце ласкает Заставляя о счастье надеяться верить и ждать. Когда любишь,то сердце твоё,как на струнах играет О любви и о чувствах своих задушевный романс И ни днём и ни ночью та песня любви не смолкает И мечтает оно,что судьбою ей выпадет шанс. Шанс свиданий с любимой при свете костровых закатов Тихом шелесте листьев поющих о чём-то ветрам И промолвит однажды укрыв от дождя и раскатов Я тебя никогда ,ни за что никому не отдам. љ Copyright: Денис Чебаков, 2013 |
1516 | 109 |
5 |
16 |
22 |
11 |
7 |
4 |
3 |
5 |
11 |
11 |
8 |
6 |
0 |
0 |
1 |
2 |
2 |
1 |
2 |
0 |
1 |
1 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
3 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
3 |
0 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
3 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
3 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
Завязала на счастье платок |
1014 | 106 |
4 |
14 |
18 |
13 |
7 |
7 |
1 |
4 |
8 |
9 |
8 |
13 |
0 |
0 |
1 |
1 |
2 |
1 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
3 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
2 |
0 |
1 |
0 |
Гитара семиструнная |
1262 | 103 |
5 |
18 |
20 |
11 |
8 |
3 |
1 |
3 |
12 |
5 |
11 |
6 |
0 |
0 |
0 |
2 |
3 |
0 |
1 |
0 |
1 |
2 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
3 |
1 |
2 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
0 |
1 |
0 |
2 |
0 |
Мне грустно в одиночестве томиться |
1024 | 102 |
6 |
12 |
20 |
11 |
7 |
6 |
0 |
4 |
9 |
8 |
12 |
7 |
1 |
1 |
0 |
2 |
2 |
1 |
1 |
0 |
1 |
2 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
Мы встретились с тобой в весенний тёплый вечер |
1223 | 101 |
5 |
22 |
22 |
10 |
7 |
3 |
0 |
5 |
7 |
3 |
9 |
8 |
0 |
0 |
0 |
3 |
2 |
0 |
2 |
0 |
1 |
3 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
1 |
4 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
2 |
2 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
1 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Испытай меня на прочность |
1000 | 98 |
4 |
16 |
16 |
10 |
10 |
4 |
3 |
4 |
13 |
3 |
10 |
5 |
0 |
0 |
0 |
2 |
2 |
1 |
1 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
3 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
2 |
Романс |
996 | 98 |
5 |
14 |
21 |
10 |
8 |
3 |
3 |
3 |
8 |
5 |
7 |
11 |
0 |
0 |
0 |
3 |
2 |
0 |
1 |
0 |
2 |
2 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
1 |
2 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
1 |
0 |
2 |
0 |
1 |
3 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
3 |
0 |
1 |
0 |
Вы ангел мой и вы моя богиня |
1277 | 98 |
4 |
14 |
16 |
10 |
12 |
5 |
1 |
4 |
11 |
7 |
9 |
5 |
0 |
0 |
0 |
2 |
2 |
1 |
1 |
0 |
2 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
3 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
3 |
1 |
1 |
2 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
Привет Амур!я ждал тебя так долго |
1085 | 97 |
3 |
17 |
14 |
13 |
6 |
6 |
4 |
4 |
11 |
5 |
7 |
7 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
3 |
1 |
0 |
2 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
2 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
3 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
Слёзы будто бы капли росы |
996 | 97 |
3 |
19 |
16 |
14 |
6 |
4 |
2 |
3 |
8 |
3 |
11 |
8 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
2 |
2 |
0 |
2 |
2 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
1 |
0 |
2 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
1 |
1 |
1 |
1 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
Душа грустит,поет и плачет |
1176 | 97 |
3 |
12 |
18 |
12 |
13 |
4 |
2 |
4 |
8 |
7 |
7 |
7 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
3 |
0 |
0 |
3 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
Ты ушел на меня не взглянув |
1071 | 96 |
3 |
16 |
18 |
9 |
9 |
4 |
0 |
5 |
9 |
6 |
6 |
11 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
2 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
3 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
2 |
0 |
1 |
0 |
Пусть к нам в сердца весна приходит |
1146 | 96 |
5 |
17 |
20 |
7 |
7 |
4 |
1 |
2 |
9 |
3 |
12 |
9 |
0 |
0 |
0 |
4 |
1 |
2 |
2 |
0 |
2 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
2 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
2 |
3 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
2 |
2 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Я уйти не смогу и забыть не по смею |
1147 | 93 |
4 |
17 |
16 |
11 |
8 |
5 |
3 |
1 |
10 |
5 |
9 |
4 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
1 |
2 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
3 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
3 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
Мне больше не о чем жалеть |
1086 | 93 |
4 |
18 |
18 |
9 |
8 |
7 |
0 |
3 |
8 |
3 |
9 |
6 |
0 |
0 |
0 |
2 |
2 |
1 |
1 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
3 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Испытай меня на прочность |
1031 | 92 |
5 |
16 |
18 |
9 |
7 |
5 |
1 |
3 |
9 |
3 |
11 |
5 |
0 |
1 |
0 |
1 |
3 |
1 |
1 |
0 |
1 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
3 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
| Итого | За последние 12 месяцев | Mar | Feb | Jan |
| Всего | 12мес | Mar | Feb | Jan | Dec | Nov | Oct | Sep | Aug | Jul | Jun | May | Apr | 05 | 04 | 03 | 02 | 01 | 28 | 27 | 26 | 25 | 24 | 23 | 22 | 21 | 20 | 19 | 18 | 17 | 16 | 15 | 14 | 13 | 12 | 11 | 10 | 09 | 08 | 07 | 06 | 05 | 04 | 03 | 02 | 01 | 31 | 30 | 29 | 28 | 27 | 26 | 25 | 24 | 23 | 22 | 21 | 20 | 19 | 18 | 17 | 16 | 15 | 14 | 13 | 12 | 11 | 10 | 09 | 08 | 07 | 06 | 05 | 04 | 03 |
Ах березки мои белоствольные |
1052 | 92 |
5 |
15 |
16 |
10 |
7 |
3 |
2 |
4 |
11 |
5 |
6 |
8 |
0 |
0 |
0 |
2 |
3 |
1 |
0 |
1 |
1 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
2 |
3 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Сегодня мне так хочется напиться |
1218 | 91 |
5 |
14 |
17 |
6 |
12 |
3 |
0 |
3 |
9 |
3 |
9 |
10 |
0 |
0 |
0 |
2 |
3 |
1 |
2 |
0 |
2 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
2 |
0 |
0 |
3 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Выражая словами любовь ты картины рисуешь |
1191 | 90 |
4 |
15 |
18 |
11 |
9 |
4 |
0 |
1 |
7 |
5 |
9 |
7 |
0 |
0 |
1 |
1 |
2 |
1 |
3 |
0 |
1 |
3 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
2 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
Я на тебя хотел бы стать похожим |
1038 | 90 |
4 |
17 |
14 |
9 |
7 |
3 |
2 |
3 |
7 |
8 |
8 |
8 |
0 |
1 |
0 |
2 |
1 |
1 |
2 |
0 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
3 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
1 |
1 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
Дано любить не каждому на свете |
1038 | 89 |
3 |
13 |
21 |
11 |
8 |
4 |
0 |
2 |
6 |
3 |
8 |
10 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
0 |
2 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
2 |
1 |
0 |
3 |
1 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
4 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Мне опять ночью лунной не спится |
1073 | 89 |
5 |
14 |
17 |
8 |
8 |
5 |
1 |
2 |
10 |
5 |
9 |
5 |
0 |
1 |
0 |
2 |
2 |
2 |
1 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
2 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
3 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
1 |
0 |
Информация о владельце раздела |
990 | 88 |
5 |
16 |
19 |
11 |
7 |
1 |
0 |
3 |
7 |
3 |
6 |
10 |
0 |
0 |
0 |
2 |
3 |
0 |
1 |
1 |
1 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
3 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
3 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
Как бы я хотел на век влюбиться, |
990 | 88 |
4 |
13 |
18 |
11 |
5 |
7 |
0 |
1 |
8 |
5 |
7 |
9 |
0 |
1 |
0 |
2 |
1 |
1 |
2 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
2 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Когда всё спит укрывшись тишиною |
1094 | 88 |
6 |
11 |
12 |
12 |
4 |
4 |
1 |
6 |
11 |
6 |
6 |
9 |
0 |
1 |
0 |
1 |
4 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Давай забудем о плохом |
1159 | 87 |
5 |
10 |
15 |
13 |
5 |
4 |
4 |
3 |
9 |
4 |
6 |
9 |
0 |
1 |
1 |
1 |
2 |
1 |
1 |
0 |
2 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
2 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Когда наступит долгожданный вечер |
1055 | 87 |
3 |
15 |
17 |
9 |
6 |
5 |
0 |
1 |
13 |
3 |
11 |
4 |
0 |
0 |
0 |
2 |
1 |
2 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
2 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
2 |
2 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
3 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
3 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Что нам скажи делить с тобою? |
1002 | 87 |
3 |
16 |
17 |
9 |
7 |
3 |
1 |
4 |
11 |
3 |
8 |
5 |
0 |
0 |
2 |
0 |
1 |
2 |
1 |
0 |
1 |
2 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
3 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Мы плачем,если нам вдруг стало грустно |
1012 | 86 |
3 |
18 |
18 |
10 |
6 |
2 |
0 |
1 |
10 |
3 |
8 |
7 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
3 |
1 |
1 |
1 |
2 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
2 |
0 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
2 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
Если небо льёт слезы с утра |
1158 | 86 |
5 |
17 |
15 |
10 |
8 |
2 |
2 |
2 |
6 |
5 |
7 |
7 |
0 |
1 |
0 |
2 |
2 |
2 |
2 |
0 |
1 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
3 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
От любви до любви |
1075 | 85 |
5 |
14 |
17 |
9 |
9 |
2 |
0 |
3 |
11 |
2 |
6 |
7 |
0 |
0 |
1 |
2 |
2 |
1 |
2 |
1 |
2 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
Этот мир я называю домом |
1118 | 85 |
6 |
9 |
20 |
10 |
7 |
3 |
0 |
1 |
7 |
5 |
7 |
10 |
0 |
0 |
0 |
3 |
3 |
0 |
1 |
0 |
2 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
2 |
2 |
1 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
2 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
1 |
2 |
Кровь бурлит,словно море в час бури |
1040 | 84 |
3 |
12 |
15 |
11 |
8 |
4 |
3 |
3 |
6 |
3 |
8 |
8 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
2 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
Вспоминая былые года |
900 | 83 |
3 |
15 |
16 |
13 |
5 |
5 |
1 |
1 |
8 |
5 |
6 |
5 |
0 |
0 |
2 |
0 |
1 |
2 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
1 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
3 |
0 |
1 |
0 |
0 |
2 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
Тенистый сад,укрывшись белой дымкой |
1029 | 82 |
4 |
14 |
15 |
8 |
7 |
3 |
0 |
2 |
11 |
4 |
8 |
6 |
0 |
0 |
2 |
0 |
2 |
1 |
2 |
0 |
1 |
3 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
2 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
1 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
Секс не главное в жизни,но всё же |
1162 | 82 |
5 |
13 |
16 |
9 |
7 |
2 |
1 |
2 |
10 |
4 |
7 |
6 |
0 |
1 |
0 |
2 |
2 |
1 |
1 |
0 |
2 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
0 |
1 |
2 |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
3 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2 |
0 |
1 |
0 |